Monday, February 26, 2018

राजनीति के साँप


प्रिय मूलनिवासी बहुजन साथियों,  
मूलनिवासी बहुजन महानायिका वीरांगना बहन कुमारी मायावती जी की सांपनाथ-नागनाथ थ्योरी, जिसमें बहन जी ने कांग्रेस को सांपनाथ और बीजेपी को नागनाथ कहा था, से आगे बढ़ने की जरूरत है! 
हमारे विचार से, भारत के जातिवादी नारीविरोधी मनुवादी सनातनी वैदिक ब्रहम्णी हिन्दू धर्म, संस्कृति व सामाजिक-राजनैतिक-आर्थिक व्यवस्था में यदि कांग्रेस सांपनाथ है, बीजेपी नागनाथ है तो कम्युनिस्ट संग अन्य क्षेत्रीय राजनैतिक दल जो किसानों-मजदूरों-अल्पसंख्यकों व पिछडों की नुमाइंदगी करने का दावा करती हैं, अजगर है! पूरे शोषण तंत्र पर गौर करे तो हम पाते हैं कि कांग्रेस, बीजेपी व कम्युनिस्ट संग अन्य क्षेत्रीय राजनैतिक दल जो किसानों-मजदूरों-अल्पसंख्यकों व पिछडों की नुमाइंदगी करने का दावा करती हैं, ये सब ही मूलनिवासी बहुजन समाज के लिए खतरनाक है!
ऊपर वर्णित के मद्देनजर हम कह सकते हैं कि मूलनिवासी बहुजन समाज के लिए हर वो राजनैतिक व गैर-राजनैतिक दल, समाजिक व आर्थिक क्षेत्र में कार्यरत हर दल, हर संगठन खतरनाक है, जो बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर व मान्यवर काशीराम साहेब के विचारधारा से इतर है! इसलिए मूलनिवासी बहुजन समाज को अपने भविष्य का फैसला करते समय हमेशा "सांपनाथ-नागनाथ-अजगर" थ्योरी को जहन में रखकर ही निर्णय करना होगा, अन्यथा परिणाम भारत के लोकतन्त्रिक व संवैधानिक मंशा के प्रतिकूल ही होगा!
धन्यवाद...
जय भीम, जय भारत!
 
रजनीकान्त इन्द्रा
इतिहास छात्र
इग्नू नई दिल्ली
दिसंबर २१, २०१७


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