Monday, October 8, 2018

दीक्षा महादीपावली : बहुजनों के नाम रजनीकान्त इन्द्रा, संस्थापक : एलीफ, की चिट्ठी

दिनांक : 08 अक्टूबर 2018
सेवा में,
भारत के मूलनिवासी बहुजन साथियों 

विषय : एलीफ (रजनीकान्त इन्द्रा, A-LEF) द्वारा शुरू किये गये मूलनिवासी बहुजन महापर्व दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महादीपावली (14 अक्टूबर) के संदर्भ में
प्रिय मूलनिवासी बहुजन साथियों,
जैसा कि सर्वविदित है कि १४ अक्टूबर २०१६ को एलीफ (रजनीकान्त इन्द्रा A-LEF) के नेतृत्व में शिक्षा भूमि अम्बेडकरनगर उत्तर प्रदेश की सरजमीं से शुरू हुए समता-स्वतंत्रता-बंधुत्व-वैज्ञानिकता-शिक्षा-मानवता पर आधारित भारत के मूलनिवासी बहुजन समाज का अपना दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महदीपावली_१४ अक्टूबर, का महापर्व अम्बेडकरनगर, आज़मगढ़, सुल्तानपुर, इलाहबाद, मैनपुरी से होते हुए नांदेड़ (महारष्ट्र), गोंदिया (महाराष्ट्र) आदि में अपनी दस्तक दे चुका है। दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महादीपावली के इस बहुजन महापर्व को हर बहुजन तक पहुँचाने के संदर्भ में हम, रजनीकान्त इन्द्रा संस्थापक - एलीफ, आप सभी मूलनिवासी बहुजन साथियों (OBC-SC-ST व Converted Minorities) से अपील करते हैं कि आप सब, सभी ब्राह्मणी त्यौहारों, रीति-रिवाजों, पूजापाठ, भगवान-भक्ति व अन्य सभी सामाजिक-मानसिक-प्रयावर्णीय प्रदूषण फैलाने वाले सभी कृत्यों का बहिष्कार कर, तिरस्कार कर, परित्याग कर, आने वाली 14 अक्टूबर को दिन में बुद्ध-अम्बेडकरी विचारधारा पर चिंतन-मनन कर बुद्ध-अम्बेडकर को अपनी जीवन-शैली में शामिल करते हुए, शाम के समय बुद्ध-वंदनात्रिशरणपंचशीलबाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञा व हमारे अधिकारों को संरक्षित करने वाले बाबा साहेब रचित संविधान के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हु, अपने-अपने घरों, खेत-खलिहानों व अन्य सभी समुचित जगहों पर ज्ञान (बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर) को ज्ञान (बुद्ध) से सम्मानित करते हुए समता-स्वतंत्रता-बंधुत्व का सन्देश देने वाले शिक्षा व मानवता प्रतीक दीयों की कतारें प्रज्वलित कर, अपने-अपने घरों पर पकवान बनाकर, आपस में मिठाइयां शेयर करके, बच्चों को शिक्षा-सामाग्री गिफ्ट करते हुए दुनियां में समता-स्वतंत्रता-बंधुत्व-वैज्ञानिकता-मानवता का संदेश देने वाले दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महादीपावली के महापर्व को मनायें, और दुनियां के फलक पर भारत के मूलनिवासी बहुजन समाज की समता-स्वतंत्रता-बंधुत्व-वैज्ञानिकता-मानवता से ओत-प्रोत अस्मिता को स्थापित करते हुए बहुजन समाज के इस महापर्व (दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महदीपावली_१४ अक्टूबर) को जन-जन तक पहुंचायें!
एलीफ (रजनीकान्त इन्द्रा, A-LEF) के इस मुहिम (दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महादीपावली_१४ अक्टूबर) को अपने जीवन-शैली  करते हुए भारत के मूलनिवासी बहुजन समाज के इस महापर्व को दुनियाँ के हर कोने में फ़ैलाने के लिए आप सब मूलनिवासी बहुजनों को बहुत-बहुत साधुवाद। 
नमों बुद्धाय...
जय भीम, जय भारत...
जय दीक्षा महादीपावली...
जय बहुजन समाज, जय बहुजन महाक्रांति!!
नोट : दीक्षा दीप महोत्सव / दीक्षा महादीपावली के इस बहुजन महापर्व में पटाखोंधूपबत्तीअगरबत्तीपूजापाठभगवान-भक्ति व अन्य सभी सामाजिक-मानसिक-प्रयावर्णीय प्रदूषण फैलाने वाले सभी ब्रहम्णी कृत्यों की पूरी तरह से मनाहीं है!
आपका अपना बहुजन साथी,
रजनीकान्त इन्द्रा
संस्थापक : एलीफ