Monday, February 26, 2018

पहचान - सुरक्षा की गारण्टी


प्रिय बहुजन साथियों, 
हमारे विचार से,  
"जो समाज अपनी राजनैतिक पहचान नहीं बना सकता वो "घलवा" बनकर रह जाता है,
जो अपनी आर्थिक पहचान नही बना सकता वो "मजदूर" बनकर रह जाता है,
और
जो अपनी सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान नहीं बना सकता वो समाज "गुलाम" बनकर रह जाता है!"
इसलिए बहुजन समाज के लोगों का पहला दायित्व है कि वो "बुद्द-अम्बेडकरी विचारधारा" के तहत, सर्वप्रथम अपनी राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान को स्थापित करे और इसके परिणामस्वरुप "समता-स्वातंत्रता व बधुत्व के सिद्धांत" पर आधारित तर्कवादी, वैग्यानिकतावादी, मानवीय समाज का नव सृजन करे!
धन्यवाद...
जय भीम...
रजनीकान्त इन्द्रा, इतिहास छात्र इग्नू नई दिल्ली
नवम्बर १५, २०१७


No comments:

Post a Comment