Monday, February 26, 2018

केरल के मंदिरों में बहुजन पुजारियों की नियुक्ति

दिनांक - अक्टूबर ११, २०१७
प्रिय बहुजन साथियों, 
हाल-फ़िलहाल में केरल के मंदिरों में ब्राह्मणों ने दलित बहुजन पुजारियों को नियुक्ति किया है। इससे कुछ गुलाम बहुजन ख़ुशी की साँस रहे है। हमारे विचार से, ये मूलनिवासी बहुजन समाज के लोगों को अम्बेडकरवाद (तर्क, विज्ञानं और मानवता) से दूर करने का षड्यंत्र मात्र है। 
हमारा दृढ विश्वास है कि केरल के मंदिर में बहुजनों का पुजारी बनाया जाना तीन महत्वपूर्ण तथ्यों को निःसन्देह रूप से साबित करता हैं –
   1) बहुजन समाज जागरूक होने लगा है और ब्रहम्णी षडयंत्रों से अम्बेडकरवाद (तर्क, वैग्यानिकता व मानवतावादी शिक्षा) की तरफ तीव्रता से बढ़ रहा है! 
2) बहुजन समाज शोषण के अड्डों को पहचान कर, इनका परित्याग कर रहा है! 
3) ब्रहम्णवाद व अन्य ब्रहम्णी रोगियों ने बहुजनों को गुलाम बनायें रखने के लिए केरल के मंदिरों मे पुजारियों के पद बहुजनों की नियुक्ति करके अपनी षडयंत्रात्मक चाल चल चुका हैं! यही बहुजनों को विषेश तौर पर सावधान हो जाना चाहिए!
 आपका अपना 
रजनीकान्त इन्द्रा 
फाउंडर एलीफ



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