Tuesday, February 19, 2019

हे माँ तुझे प्रणाम...

हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

हे माँ,
तुझसे है जीवन मेरा,
तू है मेरा प्राण,
तुझसे है धरती सारी,
तू है इसका अभिमान ,
हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

हे माँ,
रहती है सदा तू, चित में मेरे,
हर क्षण, हर शै महान,
करता हूँ मैं तेरा वन्दन,
हर सुबह हर शाम,
हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

हे माँ,
आती है सदा तेरी याद,
सुख के दिन हो या हो दुःख की रात,
हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

हे माँ,
मैं क्या करू तेरा गुणगान,
कोई नहीं जान सका आज तक,
तेरी ममता का विज्ञान,
तेरा दिया हुआ है जीवन मेरा,
तू है मेरा प्राण,
हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

हे माँ,
तू ही है आकाश का सूरज,
तू ही है शीतल चाँद,
तू है धरती की शोभा,
तू ही है वह शक्ति महान,
जिसका करते है सब गुणगान,
हे माँ तुझे प्रणाम ।
हे माँ तुझे प्रणाम ।।

रजनीकान्त इन्द्रा, इतिहास छात्र, इग्नू, नई दिल्ली
(Published on Bahishkrit Bharat web portal on Feb. 05, 2019)

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