Thursday, July 16, 2020

बहुजन हितैषी होने मतलब गैर-बहुजनों का दमन नहीं हैं


बहन जी जब गैर-बहुजन समाज पर सत्तासीन ब्राह्मणों-सवर्णों द्वारा किये जाने वाले अन्याय के खिलाफ बोलती हैं तो बाबा साहेब के नाम पर अपनी जिविका चलने वाले संकीर्ण मानसिकता से पीड़ित बहुजन समाज के लोग बहन जी को ब्राह्मण हितैषी, बहुजन विरोधी प्रचारित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ये सब "बहुजन समाज पार्टी" को ब्राह्मण समाज पार्टी कह कर बदनाम करते हैं।

ब्राह्मणी रोग से पीड़ित ऐसे बहुजन बीमारों को मालूम होना चाहिए कि बहुजन समाज पार्टी देश की पच्चसी फीसदी आबादी के हक़ के लिए जद्दोजहद करते हुए भारत में सामाजिक परिवर्तन कर समतामूलक समाज को सृजत करने वाली पार्टी हैं। बसपा दलित-बहुजन समाज की हितैषी है तो इसका मतलब ये नहीं हैं कि बसपा गैर-बहुजन समाज के हितों के खिलाफ की पार्टी हैं। बसपा का लक्ष्य समता मूलक समाज का निर्माण करना हैं, किसी का दमन करना नहीं।

किसी का दमन करके समता मूलक समाज का निर्माण नहीं किया जा सकता हैं। बसपा संविधान व लोकतान्त्रिक मूल्यों संग सभी बहुजन महानायकों व महनायिकाओं के वैचारिकी पर कार्यरत एकमात्र राष्ट्रिय राजनैतिक दल हैं। बहुजन महानायकों व महनायिकाओं के वैचारिकी बहुजन समाज के हक़ अधिकार को स्थापित करने के साथ-साथ गैर-बहुजन समाज के लोगों के साथ भी न्यायपूर्ण व्यवहार करते हुए समतामूलक समाज की स्थापना के लिए लगातार संघर्षरत एक राष्ट्रिय राजनैतिक दल व सामाजिक आंदोलन हैं।
रजनीकान्त इन्द्रा

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