Friday, April 3, 2020

मनुवाद-नाज़ीवाद के इस तांडव में सचेत रहें बहुजन

मनुवाद-नाज़ीवाद के इस तांडव में सचेत रहें बहुजन
बहुजन समाज को कोरोना की इस महामारी में सचेत रहने की सख्त आवश्यकता हैं। इस महामारी में मनुवादी-नाजीवादी सरकार से मदद की उम्मीद मत कीजिये क्योंकि ये सरकार आपके लिए नहीं बल्कि मनुवादी नीतियों को लागू करने के सत्ता  हैं। आपको विश्व स्वस्थ संगठन द्वारा जारी फिजिकल डिस्टेंसिंग को अपनाना ही होगा। मनुवादी-नाजीवादी क्रोनी कैपिटलिज़्म की नीतियों के चलते पिछले सात सालों में देश की अर्थ व्यवस्था अर्थी पर पहुंच चुकी हैं। शासन-प्रशासन और पुलिस मनुनीति के तहत बड़े ही मुस्तैदी से अपने मनुवादी एजेंडे को अंजाम दे रहीं हैं। इनकी दिहाड़ी मजदूरों के प्रति अमानवीयता, क्रूरता और असंवेदनशीलता ने पूरी मानवता को शर्मशार कर दिया हैं।
ऐसे में आंबेडकर माह (अप्रैल) शुरू हो चुका हैं। बहुजन समाज के लोग अपने बहुजन महोत्सव (आंबेडकर महोत्सव) का बेसब्री से इन्तजार कर रहे हैं। बुद्धिजीवी बहुजन लोग बहुजन समाज के लोग बाबा साहेब, पेरियार रामास्वामी नायकर, ललई यादव बौद्ध, मान्यवर साहेब, बुद्ध, गाडगे बाबा आदि संतों महापुरुषों से सम्बंधित पोस्ट लगातार शेयर कर रहें हैं। जब से मनुवादी सरकार ने दूरदर्शन पर रामायण का पुनः प्रसारण शुरू किया हैं तब से देश के बुद्धिजीवी बहुजन युवा ई वी रामास्वामी नायकर पेरियार द्वारा लिखित ललई यादव बौद्ध द्वारा प्रकाशित उच्च न्यायलय इलाहबाद और उच्चतम न्यायलय नई दिल्ली द्वारा प्रमाणित "सच्ची रामायण"बाबा साहेब डॉ आंबेडकर द्वारा लिखित सामाजिक कार्य और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रकाशित "हिंदुत्व का दर्शन" और "रिडिलस ऑफ़ हिन्दुइज़्म" आदि के हवाले से लगातार सोशल मिडिया पर पोस्ट कर रहें हैं। 
ऐसे में सच्चाई से बचने के लिए शुतुरमुर्ग की तरह अपने सिर को ज़मीन में गाढ़ने वाले संघी लगातार उत्तर प्रदेश पुलिस, दिल्ली पुलिस आदि को ट्विटर के माध्यम से कंप्लेंट कर रहें हैं। इससे भी दुःखद बात यह हैं कि उत्तर प्रदेश पुलिस ऐसे मामले फ़ौरन संज्ञान लेकर एफआईआर पंजीकृत करने का फरमान भी जारी कर रहीं हैं। जबकि इसी उत्तर प्रदेश पुलिस को कोरोना महामारी द्वारा प्रताड़ित, इस आपातकाल के मारे दिहाड़ी मजदूरों की समस्याओं का वीडियों, तश्वीरे सोशल मिडिया पर घूम रहीं हैं, हिन्दू धर्म के ठेकेदारों के भीड़ के आह्वान, नवरात्र की सामूहिक पूजा, अयोध्या मन्दिर निर्माण के दौरान मजदूरों की भीड़, जैसे कुकृत्य जो कि कोरोना आपातकाल में निषेध हैं, आदि सम्बन्धी अख़बार की कटिंग्स लगातार उत्तर प्रदेश पुलिस को पोस्ट की जा रहीं हैं लेकिन उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन और पुलिस के कान में जूँ तक नहीं रेंग रहीं हैं। लेकिन, बहुजन समाज की नारी व अन्य युवाओं को सोशल मिडिया पर भद्दी-भद्दी गालिया दी जा रहीं, फोटोशॉप द्वारा बाबा साहेब की अश्लील तश्वीरे वॉयरल की जा रहीं हैं, बहन जी पर अभद्र टिप्पणियां की जा रहीं, ऐसे मामलों का शासन-प्रशासन और पुलिस संज्ञान लेने तक से इंकार कर रहीं हैं, कार्यवाही तो बहुत दूर की बात हैं। 
जिस तरह से उत्तर प्रदेश पुलिस मनुवादियों की हाँ में हाँ मिलाकर बहुजन के खिलाफ कार्यवाही फरमान जारी कर रहीं हैं। इसलिए सोशल मिडिया पर कुछ भी पोस्ट करने से पहले आपको सचेत रहना चाहिए। यदि आप बुद्धिजीवी वर्ग पुलिस-कोर्ट के चक्कर में फंस जाते हैं तो ना सिर्फ आपकी पढाई-लिखाई बाधित होगी बल्कि आपके गरीब परिवार के भरण-पोषण के साथ-साथ आपका पूरा परिवार परशान हो जायेगा।  यदि ऐसा हो जाता हैं तो इससे क्या बाबा साहेब के मिशन को फायदा होगा? हमारे निर्णय में, इससे आपके परिवार की ही नहीं, बल्कि पूरे बहुजन समाज की हानि होगी। आप लोग मनुवादियों को अपने खिलाफ कार्यवाही करने का मौका मत दीजिये क्योंकि वो आपके खिलाफ एफआईआर और मुकदमे लादने को आतुर हैं। ऐसे में आपकी ये सावधानी बाबा साहेब के कारवां को आगे बढ़ाने में कारगर साबित होगी।
आप सब को मालूम होना चाहिए कि इस समय देश की अदालते बंद हैं। यदि आपको पुलिस गिरफ्तार कर लेती हैं तो आपको बेल तक नहीं मिल पायेगी। आपको पुलिस लॉकअप में ही सड़ना पड़ेगा।
इस आपातकाल में जब परिस्थतियाँ प्रतिकूल हैं ऐसे में यदि आपको पुलिस मार भी देती हैं तो भी कोई कार्यवाही संभव नहीं हैं। आप बुद्धिजीवी वर्ग का जीवन बाबा साहेब के कारवाँ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इस समय आपको आपातकाल का उलंघन, कोरोना संक्रमित आदि करार कर आपको मार देना पुलिस के लिए बहुत ही सरल व सहज हैं, क्योकि इस समय पोस्टमार्टम भी नहीं होगा। 
साथ ही साथ देने योग्य बात ये भी हैं कि इस समय नाज़ीवाद इस कदर हाबी हैं कि कहीं भी कोई भी रिपोर्ट बदली जा सकती हैं। इस महामारी से देश व मानवता की रक्षा के नाम पर आपकी हत्या कर देना पुलिस के लिए बहुत ही आसान हैं। आपातकाल की घडी में आपके बहुजन समाज के रहबर चाहकर भी आपकी मदद नहीं कर पायेगें। बहुजन समाज के प्रशासनिक-पुलिस अफसर भी चाहते हुए भी आपको मनुवादी-नाजीवादी सरकारी अन्याय से बचाने में आपकी मदद नहीं कर पायेगें। 
इसलिए अपने और समाज के विरुद्ध मनुवादियों को कोई भी मौका मत दीजिये। हमारा मानना हैं कि प्रतिकूल परस्थितियों में बुद्धिजीवी वर्ग अध्ययन-अध्यापन करते करते, विमर्श-मंत्रणा करते हैं। यह वही समय हैं। इस समय यदि आप लोग थोड़ा शान्त हो जायेगें तो मिशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन, यदि आप किसी भी मुशीबत में फंस जाते हैं तो मिशन का बहुत बड़ा नुक्सान हो जायेगा। क्योकि आज भी अपने बहुजन समाज में चंद मुट्ठीभर ही लोग हैं जो मनुवादियों की आँखों में ऑंखें डालकर सवाल करते हैं, वो बुद्धिजीवी आप ही हैं। आपकी सुरक्षा महत्वपूर्ण हैं। और, आपको अपनी सुरक्षा खुद ही करना हैं।
आप सब बाबा साहेब, मान्यवर साहेब और बहन जी के मिशन के प्रतिबद्ध सिपाही हैं। इसलिए आपको बाबा साहेब, मान्यवर साहेब और बहन जी से ये सीखना चाहिए कि ये तीनों महान विभूतियों ने कैसे कठिन से कठिन परिस्थितयों से जूझकर मिशन को इस मुकाम तक लाये हैं।
  आप निराश मत होइए। हिटलर बहुत दिन जिन्दा नहीं रहा हैं। भारत में भी मनुवाद-नाज़ीवाद का अंत होगा। आपको सदा स्मरण रहना चाहिए कि जर्मनी का नाज़ीवाद जर्मनी में ही ऐसा ध्वस्त हुआ कि जर्मनी वाले आज भी हिटलर और नाज़ीवाद से नफरत करते हैं। हिटलर को जर्मनी पर कलंक मानते हैं। नीत्से को मानवता का सबसे बड़ा शत्रु मानते हैं। ये दौर भी बीतेगा। मनुवाद-नाज़ीवाद का अंत अवश्य होगा। यहाँ भी लोग तानाशाह से नफ़रत ही करगें।  
इसलिए हम बहुजन बुद्धिजीवी वर्ग से अपील करते हैं कि इस समय आप लोग संविधान, गुरु कबीर, गुरु रैदास, पेरियार, बाबा साहेब, तथागत बुद्ध, गुरु घासीदास, राष्ट्रपिता जयोतिर्बा फुले, लोकतंत्र के महानायक मान्यवर साहेब, सामाजिक परिवर्तन की महानायिका बहनजी, वीरांगना उदा देवी पासी, वीरांगना झलकारीबाई, माता सावित्री बाई फुले, माता रमाबाई अम्बेडकर, फातिमा शेख आदि सभी बहुजन महानायकों-महनायिकाओं के वही वक्तव्य सोशल मीडया पर शेयर कीजिये जिसमें कार्यवाही की कोई गुंजाईश ना हो।
बेहतर होगा कि आप अपना समय सोशल मिडिया पर बीतने के बजाय आप अपने संतों, गुरुओं, महानायकों, महानयिकाओं आदि के लिखी किताबे व शोध पढ़िए। इस नाजीवादी हुकूमत के इस आपातकाल को सबसे उपयोगी बनाने का बेहतरीन माध्यम हैं कि आप संतों, गुरुओं, महानायकों, महानयिकाओं के दर्शन, लेख और शोध का अधिक से अधिक अध्ययन कीजिये। इस समय आप लोग अपनी बौद्धिक ऊर्जा को एकत्र कीजिये। बस आप सब सचेत रहिये। सावधान रहिये। सुरक्षित रहिये। अध्ययन कीजिये। कैडर को मजबूत कीजिये। भारत में मनुवादी-नाजीवादी अँधेरा बहुत समय तक कायम नहीं रह सकता हैं। ये बुद्ध की धरती हैं। ये बाबा साहेब की जमीन हैं। ये मान्यवर साहब और बहन जी की सरजमीं हैं। भारत में संविधान सम्मत लोकतंत्र स्थापित कर बाबा साहेब के सपनों का भारत, गुरु रैदास का बेगमपुरा, सम्राट अशोक का शासन और गौतम बुद्ध के न्याय, समता, स्वतंत्रता, बंधुत, करुणा पर आधारित एक नवीन भारत का सृजन हम अवश्य करेगें।

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