Sunday, April 12, 2020

अपने समय व ऊर्जा का सदुपयोग करे बहुजन

अपने समय व ऊर्जा का सदुपयोग करे बहुजन
आज बहुजन समाज का एक बड़ा तबका सोशल मिडिया के माध्यम से अपनी बात को रखते हुए सरकार, सामाजिक व्यवस्था और मौजूदा वातावरण पर टिपण्णी कर रहा हैं, अपनी राय रख रहा हैं। ये बहुजन समाज के लिए बड़ा ही सुखद संकेत हैं। बहुजन युवाओं की भागीदारी, स्वतंत्र टिपण्णी और उनकी प्रखर आवाज के मद्देनज़र ही सोशल मिडिया को बहुजन मीडिया कहा जाने लगा हैं। 
इस बहुजन मीडिया को शुरूआती दौर में काफी सराहा गया। परन्तु, जब बहुजनों ने अपनी दस्तक को सोशल मिडिया पर स्थापित कर अपनी मुद्दों को आगे बढ़ने का कार्य शुरू ही किया तो सत्ता के अलग-अलग क्षेत्रों में काबिज़ बहुजन विरोधियों ने सोशल मीडियन के खिलाफ दुष्प्रचार शुरू कर दिया। नतीजा सोशल मिडिया पर तमाम तरह की पाबंदियां। 
फिलहाल, बहुजन समाज के युवाओं को अपने मुद्दों, अपने मिशन, अपने राजनैतिक अस्मिता और अपने राष्ट्रिय नेतृत्व से भटकाने के लिए प्रतिद्वंदियों द्वारा लगातार भटकाऊ कृत्य किये जा रहें हैं, बयान दिए जा रहे हैं। दुखद हैं कि बहुजन युवा अपने शोषक वर्ग के इस भटकाऊ चाल में लगभग गिरफ्तार  होकर प्रतिक्रियावादी बन चुका हैं। नतीजा, बहुजन युवाओं की ऊर्जा बहुजन आन्दोलन के खिलाफ इस्तेमाल हो रहा हैं। ये बहुजन युवा ऊर्जा बहुजन आन्दोलन के अति महत्वपूर्ण हैं।  
हो सकता हैं कि आप हमसे सहमत नहीं हो लेकिन हमारा स्पष्ट मानना हैं कि आप सब में से अधिकतर बहुजन समाज के युवा व अन्य लोग बहुजन सोशल मीडया पर अपना कीमती समय बर्बाद कर रहें हैं। आपके ऐसे पोस्ट्स, जो प्रतिद्वंदी नेताओं व उनके दलों आदि के सकारात्मक या नकारात्मक प्रचार में लिखे गए होते हैं, से बहुजन समाज और आंदोलन को कोई फायदा नहीं होने वाला हैं। आप सबको ज्ञान होना चाहिए कि आप सब लोग दिल्ली के स्कूल का प्रचार करें या फिर तानाशाह की कमियाँ गिनाइये, इन सब की चर्चा के केंद्र में आपका "शोषक" ही रहता हैं। इस प्रकार से आप ना चाहते हुए भी अपने शोषक वर्ग का ही प्रचार करते हैं। परिणामस्वरुप, आपकी हर हर चर्चा और लेख में, आपका शोषक केंद्र में होता हैं और आप, आपका आन्दोलन और आपका नेतृत्व हाशिये पर होता हैं। 
क्या आपने कभी सोचा हैं कि आपके लेख कॉमेंट और पोस्ट्स में आपके मुद्दे, आप व आपका समाज कहाँ हैं? यदि आपकी हर चर्चा, आपके हर लेख, आपके दिनचर्या में आप, आपके मुद्दों, आपके समाज और आपके नेतृत्व के बजाय आपका शोषक ही रहेगा तो इससे आपके सामाजिक परिवर्तन के बहुजन आन्दोलन को सिर्फ और सिर्फ नुक्सान ही होगा। आपके ऐसे पोस्ट्स, जिनके केंद्र में सदा आपका शोषक वर्ण ही रहता हैं, से बहुजन अपने आन्दोलन और अपने नेतृत्व (बसपा और बहनजी) को जानने-समझने के बजाय बहुजन समाज के लोग बहुजन समाज के शोषक वर्ग के ही इर्द-गिर्द घूमते रहेगें। बहुजन समाज के लोगों द्वारा अपने शोषक वर्ग और तानाशाह का नकारात्मक प्रचार करने से बेहतर हैं कि आप अपने बहुजन महानायकों-महनायिकाओं के विचारों को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर उनसे सकल बहुजन समाज को जोड़ने का कार्य कीजिये। ये बहुजन आन्दोलन के कारगर साबित होगा।
विश्वविख्यात समाज विज्ञानीं प्रो विवेक कुमार सर कहते हैं कि नकारात्मक प्रचार भी एक प्रचार होता हैं। बहुजन समाज के युवाओं को ये भलीभाँत मालूम हैं कि तथाकथित मुख्यधारा मीडिया, बहुजन विरोधी सभी राजनैतिक दल, न्यायपालिका में बैठे लोग, सिविल सोसाइटी आदि बहुजन आन्दोलन और उसके एकमात्र राजनैतिक दल बसपा की कमियां खोजकर झूठ, फरेब और दुष्प्रचार करने में पूरी लगन से जुटे हुए हैं। इसलिए बहुजन आन्दोलन के सभी लोगों की ये नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं कि आप सब बहुजन वैचारिकी को जन-जन तक पंहुचकर बहुजन आन्दोलन को आगे बढ़ाते हुए अपनी राजनैतिक अस्मिता बसपा को मजबूत करें।
आपका बहुजन विरोधी प्रतिद्वंदी लगातार भटकाऊ कॉमेंट, गौमूत्र-गोबर शास्त्र आदि को आपके सामने इसलिए खड़ा करता रहता हैं ताकि आप उसकी ऐसी हरकतों की प्रतिक्रिया में अपना कीमती समय लगाकर उलझ जाये। उसकी ऐसी सारी हरकतें बहुजन समाज को उन्मादी व प्रतिक्रियात्म बनाकर सामाजिक परिवर्तन के आन्दोलन से बहुजन समाज के लोगों को दूर करने के लिए किया जा रहा हैं। इसलिए कभी आपको थाली बजाकर, कभी कोरोना का महोत्सव मनाकर वो आपका ध्यान आपके मूल मुद्दों से भटकाना चाहता हैं। ऐसे में आपकी नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं कि आप अपने प्रतिद्वंदी के भटकाऊ कृत्यों की प्रतिक्रिया देने के बजाय पूरी सिद्धत से अपने मिशन, लक्ष्य, अपनी राष्ट्रिय पार्टी, अपने नेतृत्व और उसके कायदे से जुड़े रहें।
यदि आपको सोशल मिडिया पर कुछ लिखना ही हैं, शेयर करना ही है तो आप बहन जी के बारे में, उनकी कार्यशैली और प्रशासन  के विषय में लिखिए। बहन जी के कार्यों से बहुजन युवा और अन्य बहुजन आज भी अनजान हैं। ऐसे में बहन जी के कार्यों से बहुजनों को अवगत करने के लिए पोस्ट शेयर कीजिये। बहुजन महानायकों-महनायिकाओं की जीवन संघर्ष, गौरव-गाथाओं आदि के बारे पोस्ट कीजिये। ये बहुत महत्त्वपूर्ण व ध्यान देने योग्य बात हैं कि हमारे लोगों ने जितना प्रतिद्वंदी व बहुजन समाज के शोषक दलों का प्रचार किया हैं यदि उसका ५० फ़ीसदी प्रचार बहुजन युवाओं ने बहन जी के लिए किया होता तो आज भारत की फ़ज़ाओं में संविधान व लोकतंत्र की खुशबू के साथ भारत की फ़िज़ा कुछ और होती।
आप सब एक जिम्मेदार बहुजन आंदोलन के साथी हैं। इसलिए आपसे विनम्र निवेदन करते हैं की बहुजन युवा को अपने प्रतिद्वंदी का नकारात्मक या सकारात्मक प्रचार करने के बजाय अपने आंदोलन, बाबा साहेब, काशीराम साहेब, और बहन जी के कार्यों को हर बहुजन तक पहुँचाने के पोस्ट व लेख लिखना चाहिए, पोस्ट्स शेयर करना चाहिए। अपनी वैचारिकी को जन-जन तक पहुंचाकर सामाजिक परिवर्तन के बहुजन आन्दोलन को मजबूत करना चाहिए। अपनी राजनैतिक साख को हुकूमत के ऊँचें पायदान तक पंहुचने व स्थापित करने के लिए लिखना-पढ़ना विचार-विमर्श करना ही बहुजनों के समय व ऊर्जा का सोशल मिडिया व अन्य प्लेटफॉर्म्स पर सही इस्तेमाल होगा।
रजनीकांत इन्द्रा

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