Wednesday, May 5, 2021

राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ - 2.21 फीसदी आबादी के लिए उम्मीद की किरण

2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल आबादी का 2.21 प्रतिशत लोग विकलांग है। इनमें से अधिकांश ऐसे हैं जो समाज में तिरस्कार व बहिष्कार की जिंदगी जी रहे हैं। इनके शिक्षा का स्तर काफी कम है, और समाज भी अपनी मनुवादी संस्कृति के तहत इनके इस विकलांगता को इनके पुनर्जन्म का परिणाम मानकर इनको इनके हाल पर छोड़ देती है।

ऐसे में भारत जैसे देश में जहां पर सभी को समान नागरिक हक है, और सभी को अपने जिंदगी में बेहतर करते हुए आगे बढ़ने का अवसर उपलब्ध है, वहां इन सब के बावजूद 2008 के पहले तक की सारी सरकारों ने देश के 2.21 फ़ीसदी आबादी को इनके हाल पर छोड़ कर हाशिए पर ढकेल दिया था।

ऐसे में देश की 2.21 फ़ीसदी आबादी के सर्वांगीण विकास के मद्देनजर रखते हुए 29 अगस्त 2008 को परम आदरणीय बहन जी के नेतृत्व वाली बसपा सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगभग 131 एकड़ में फैला एक आवासीय विश्वविद्यालय की नींव रखी जो अपनी बनावट, स्थापत्य कला, तकनीकी, पाठ्यक्रम और विकलांगों के जीवन से जुड़ी हर मूलभूत सुविधाओं के साथ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया का एक अनोखा विश्वविद्यालय है।

दुखद है कि यह विश्वविद्यालय भारत की केन्द्र सरकार व राज्य सरकारों के लिए आदर्श होना चाहिए था था परन्तु ऐसा नहीं है। केंद्र व राज्य सरकारों ने बहन जी के इस अहम कार्य को एक आदर्श के तौर पर अपना कर अपने-अपने राज्यों में लागू करने के बजाय नज़रअंदाज किया है।

फिलहाल, इस विश्वविद्यालय में 7 आधुनिक तकनीकी पर आधारित संकाय स्थापित किए गए।

1. Faculty of Law

2. Faculty of Art & Music

3. Faculty of Science & Technology

4. Faculty of Engineering & Technology

5. Faculty of Commerce & Management

6. Faculty of Computer & Information Technology

7. Faculty of Special Education (Specially for Disability)

इन 7 संकायों में कुल 30 अलग-अलग विभाग है।

1. Law

2. History

3. Fine Art

4. Physics

5. Zoology

6. Botany

7. Chemistry

8. Education

9. Commerce

10. Economics

11. Microbiology

12. Management

13. Biotechnology

14. Civil Engineering

15. Computer Science

16. Electrical Engineering

17. Mechanical Engineering

18. Mathematics & Statistics

19. Hindi & Other Indian Languages

20. Computer Science & Engineering

21. Department of Visual Impairment

22. Department of Mental Retardation

23. English & Other Foreign Languages

24. Department of Hearing Impairment

25. Artificial Limb and Rehabilitation Centre

26. Political Science & Public Administration

27. Electronics & Communication Engineering

28. Sociology, Social Science and Social Work

29. Centre for Indian Sign Language and Deaf Studies

30. Department of Multiple Disabilities & Rehabilitation

जिसके तहत विकलांगों को स्नातक से लेकर पीएचडी तक की शिक्षा दी जाती है। साथ ही इस विश्वविद्यालय में विकलांग जनों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनके लिए विशेष सुविधाएं भी है जिनमें से कुछ निम्नांकित हैं।

1. Medical Facilities

2. Physiotherapy Unit

3. Assesment Services

4. Diagnostic Services

5. Therapeutic Services

6. Consultation Services

7. Exercise Therapy

8. Gait Training

9. Postural Correction

10. Disability minimizing therapy Plans

11. Ultrasonic Thearapy (US)-Digital & Modern Unit

12. Electrical Nerve Muscle Stimulator (EMS) and Transcutaneous Electrical Nerve Stimulation (TENS)-4 Channel

दुखद है कि देश की जनता, मीडिया जगत, तमाम मेरिटधारी बुद्धिजीवी लोगों तथा बहुजन समाज के रजिस्टर्ड संस्थाओं ने 2007 से 2012 से दौरान हुए इस तरह के सभी ऐतिहासिक व कालजयी कार्य को नजरअंदाज कर दफन कर दिया है।

ऐसे में, भारत में संविधान, लोकतंत्र और मानवाधिकार व भारत को मजबूत बनाने वाले लोगों का नैतिक दायित्व बनता है कि वे इस तरह के सभी कार्यों को ना सिर्फ जन-जन तक पहुंचाया जाए बल्कि राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर नजीर के तौर पर भी स्थापित करें।

रजनीकान्त इन्द्रा

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