Thursday, September 3, 2020

सम्मान के साथ जीने का हौसला, हिम्मत और हक़ दिया हैं, बसपा और बहनजी ने 

हमारा अम्बेडकर नगर जिला, जिसका गठन आदरणीया बहन कुमारी मायावती जी ने २९ सितम्बर १९९५ को किया था, राजनैतिक तौर पर बहुत जागरूक हैं। अम्बेडकर नगर जिले से बसपा सरकार में तीन-तीन कैबिनेट मंत्री रहें हैं। यह जिला बहुजन समाज पार्टी के गढ़ के तौर पर जाना जाता हैं।

हमारे इसी जिले से एक भैया हैं जो कि कपडे की सिलाई करते हैं। किसी काम से वो ठाकुरों के ग़ाँव गए हुए थे। हालाँकि जिससे काम था वो रास्ते में ही मिल गए। उन्होंने उन्हें घर चलने को कहा। रास्ते में राजनैतिक बातें होने लगी। इसी बीच उस ठाकुर ने भैया जी से पूँछा कि आप बताइये कि मायावती और बसपा ने आप को क्या दिया? आप पहले भी कपड़ा सिलते थे, और आज भी कपड़ा ही सिलते हैं, आपके जीवन कोई बदलाव तो दिखा नहीं, फिर आप क्यों मायावती और बसपा की पैरवी करते हैं? भैया जी ने कोई जबाव देने के बजाय बात को घुमा दिया।

कुछ देर बाद वो ठाकुर, भैया के साथ घर पहुँचा और अपने बेटे से कुर्सी व नास्ता-पानी लाने को बोला। इसके बाद वही सवाल फिर दुहराया कि मायावती और बसपा ने आप को क्या दिया? आप पहले भी कपड़ा सिलते थे, और आज भी कपड़ा ही सिलते हैं, आपके जीवन कोई बदलाव तो दिखा नहीं, फिर आप क्यों मायावती और बसपा की पैरवी करते हैं? इसी बीच ठाकुर साहेब का वह लड़का कुर्सी समेत नास्ता-पानी लेकर आ गए। तब भैया ने जबाब दिया कि हम तो अछूत हैं, दलित हैं। इसके बावजूद भी आज सम्मान के साथ आप मेरे लिए ये जो कुर्सी अपने बेटे से मंगवा कर ससम्मान बिठा रहे हैं, नास्ता-पानी भी करा रहे हैं। यहीं सम्मान हमें बसपा, मान्यवर काशीराम साहेब और बहन जी ने दिया हैं। देश की ८५ फीसदी बहुजन आबादी को सम्मान के साथ जीने का हौसला, हिम्मत और हक़ दिया हैं, बसपा और बहनजी ने। इसलिए हम बसपा और बहन जी के साथ हैं।

रजनीकान्त इन्द्रा

इतिहास छात्र, इग्नू-नई दिल्ली

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