दिनांक
- अक्टूबर १२, २०१७
प्रिय
बहुजन साथियों,
यदि
राज्य में लॉ एण्ड आडर चुस्त-दुरूस्त हो और शांति व सौहार्द कायम हो
लेकिन फिर भी यदि बात-बात पर किसी भी आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़े तो
समझ जाइये कि "सरकार की नुमाइंदगी कर रहे लोग ही अपने स्वार्थ के लिए कानून व्यवस्था,
शान्ति व सौहार्द को भंग करने की फिराक में हैं",अन्यथा तो आप सभी ने गलत सरकार
को चुना ही है!
आपका अपना
रजनीकान्त इन्द्रा
फाउंडर एलीफ
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