01. राष्ट्रकूट राजवंश का संस्थापक दन्तिदुर्ग था।
02. इनकी राजधानी मनकिर या मान्यखेत (वर्तमान मालखेड़,शोलापुर के निकट) थी।
03. राष्ट्रकूट वंश के प्रमुख शासक थे---कृष्ण प्रथम,ध्रुव,गोविन्द तृतीय, अमोघवर्ष, कृष्ण द्वितीय,इ न्द्र तृतीय एवम् कृष्ण तृतीय ।
04. एलोरा के प्रशिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण कृष्ण प्रथम ने करवाया था ।
05. ध्रुव राष्ट्रकूट वंश का पहला शासक था,जिसने कन्नौज पर अधिकार करने हेतु त्रिपक्षीय संघर्ष में भाग लिया और प्रतिहार नरेश वत्सराज एवम् पाल नरेश धर्मपाल को पराजित किया ।
06. ध्रुव को 'धारावर्ष' भी कहा जाता है ।
07. अमोघवर्ष जैनधर्म का अनुयायी था। इसने कन्नड़ में कविराजमार्ग की रचना की ।
08. आदिपुराण के रचनाकार---जिनसेन ।
09. गणितासार संग्रह के लेखक---महावीराचार्य ।
10. अमोघवृति के लेखक ---सक्तायना ।
11. जिनसेन, महावीराचार्य एवम् सक्तायान अमोघवर्ष के दरबार में रहते थे ।
12. इन्द्र तृतीय के शासनकाल में अरब निवासी अलमसूदि भारत आया ,इसने तत्कालीन राष्ट्रकूट शासकों को भारत का सर्वश्रेष्ठ शासक कहा ।
13. राष्ट्रकूट वंश का अंतिम महान शासक कृष्ण तृतीय था ।इसी के दरबार के कन्नड़ भाषा के कवि पोन्न रहते थे जिन्होंने शान्तिपुराण की रचना की ।
14. एलोरा एवम् एलिफेंटा (महाराष्ट्र) गुहामन्दिरों का निर्माण राष्ट्रकूटों के समय ही हुआ ।
15. एलोरा में 34 शैलकृत गुफ़ाएँ है ।इनमें 1 से 12 तक बौद्धों ,13 से 29 तक हिन्दुओं एवम् 30 से 34 तक जैन गुफ़ाएँ है ।
16. राष्ट्रकूट शैव ,वैष्णव ,शाक्त सम्प्रदायों के साथ-साथ जैन धर्म के भी उपासक थे ।
17. राष्ट्रकूटों ने अपने राज्यों में मुसलमान व्यापारियों को बसने तथा इस्लाम के प्रचार की स्वीकृति दी थी ।
02. इनकी राजधानी मनकिर या मान्यखेत (वर्तमान मालखेड़,शोलापुर के निकट) थी।
03. राष्ट्रकूट वंश के प्रमुख शासक थे---कृष्ण प्रथम,ध्रुव,गोविन्द तृतीय, अमोघवर्ष, कृष्ण द्वितीय,इ न्द्र तृतीय एवम् कृष्ण तृतीय ।
04. एलोरा के प्रशिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण कृष्ण प्रथम ने करवाया था ।
05. ध्रुव राष्ट्रकूट वंश का पहला शासक था,जिसने कन्नौज पर अधिकार करने हेतु त्रिपक्षीय संघर्ष में भाग लिया और प्रतिहार नरेश वत्सराज एवम् पाल नरेश धर्मपाल को पराजित किया ।
06. ध्रुव को 'धारावर्ष' भी कहा जाता है ।
07. अमोघवर्ष जैनधर्म का अनुयायी था। इसने कन्नड़ में कविराजमार्ग की रचना की ।
08. आदिपुराण के रचनाकार---जिनसेन ।
09. गणितासार संग्रह के लेखक---महावीराचार्य ।
10. अमोघवृति के लेखक ---सक्तायना ।
11. जिनसेन, महावीराचार्य एवम् सक्तायान अमोघवर्ष के दरबार में रहते थे ।
12. इन्द्र तृतीय के शासनकाल में अरब निवासी अलमसूदि भारत आया ,इसने तत्कालीन राष्ट्रकूट शासकों को भारत का सर्वश्रेष्ठ शासक कहा ।
13. राष्ट्रकूट वंश का अंतिम महान शासक कृष्ण तृतीय था ।इसी के दरबार के कन्नड़ भाषा के कवि पोन्न रहते थे जिन्होंने शान्तिपुराण की रचना की ।
14. एलोरा एवम् एलिफेंटा (महाराष्ट्र) गुहामन्दिरों का निर्माण राष्ट्रकूटों के समय ही हुआ ।
15. एलोरा में 34 शैलकृत गुफ़ाएँ है ।इनमें 1 से 12 तक बौद्धों ,13 से 29 तक हिन्दुओं एवम् 30 से 34 तक जैन गुफ़ाएँ है ।
16. राष्ट्रकूट शैव ,वैष्णव ,शाक्त सम्प्रदायों के साथ-साथ जैन धर्म के भी उपासक थे ।
17. राष्ट्रकूटों ने अपने राज्यों में मुसलमान व्यापारियों को बसने तथा इस्लाम के प्रचार की स्वीकृति दी थी ।
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