ईश्वर की पूजा करने बजाय कर्म करो |
धर्म और कर्म क्षेत्र में हर इंसान अकेला होता है |
दुनिया में कुछ सिखाना चाहते हो तो धर्म - निरपेक्ष बनो |
यदि जीवन - युद्ध जीतना चाहते हो तो बुरे कर्मों करने से बचो |
आपका कर्म ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति और आपका ईश्वर है |
ईश्वर सिर्फ एक जज है जो आपके कर्मो का समुचित फल देता
है |
ईश्वर आप पर दया तभी करेगा जब आपका कर्म दया लायक होगा |
यदि आपका कर्म अच्छा है तो ईश्वर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
है |
इस दुनिया में कोई किसी की मदद नहीं करता है , इन्सान को अपनी
मदद खुद करनी पड़ती है |
यदि जीवन का धर्म - युद्ध जीतना चाहते हो तो सत्य , प्रेम
, विश्वास , न्याय और स्वाभिमान के रास्ते पर चलो |
Beautiful Thought...
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